खांसी-छींक से 8 मीटर दूर तक जा सकता है वायरस
‘जर्नल
ऑफ
द
अमेरिकन
मेडिकल
एसोसिएशन’
में
प्रकाशित
रिचर्स
के
अनुसार
WHO
तथा
CDC
ने
इस
समय
जो
दिशा-निर्देश
जारी
किए
हैं
वे
खांसी,
छींक
या
श्वसन
प्रक्रिया
से
बनने
वाले
‘गैस क्लाउड’
के
1930 के दशक
के
पुराने
पड़
चुके
मॉडलों
पर
आधारित
हैं
।
अध्ययनकर्ता
एमआईटी
की
एसोसिएट
प्रोफेसर
लीडिया
बूरूइबा
ने
चेतावनी
दी
है
कि
खांसी
या
छींक
के
कारण
निकलने
वाली
सूक्ष्म
बूंदें
23 से 27 फुट
या
7-8 मीटर तक
जा
सकती
हैं
।
उन्होंने
कहा
कि
मौजूदा
दिशा-निर्देश
बूंदों
के
आकार
की
अति
सामान्यकृत
अवधारणाओं
पर
आधारित
है
और
इस
घातक
रोग
के
खिलाफ
प्रस्तावित
उपायों
के
प्रभावों
को
सीमित
कर
सकते
हैं
। (भाषा)
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